चंदाडीह गांव की चकबंदी के लिए बिल्थरारोड तहसील पहुंचे ग्रामीण
प्रधान के साथ जिपं सदस्य और महिलाओं ने की चकबंदी कराने की मांग

बलियाः जनपद बलिया के बिल्थरारोड तहसील अंतर्गत चंदाडीह गांव के दबंग सवर्णों के कारण अधर में लटके चकबंदी प्रक्रिया से नाराज ग्रामिणों ने सोमवार को तहसील पर अपनी मांगों के समर्थन में एकजुटता दिखाई। चंदाडीह गांव से प्रधान कांति देवी, छेदी कन्नौजिया, जिपं सदस्य चंद्रभान राम, घूरा यादव, रामजन्म यादव, भागमनी देवी, उर्मिला यादव समेत बड़ी संख्या में ग्रामिणों और महिलाओं ने तहसील पहुंचकर चकबंदी कराने की मांग की। तहसीलदार ओपी पांडेय को ज्ञापन सौंपा और पिछले करीब छ साल से अधर में लटके गांव की चकबंदी प्रक्रिया पूरा करने की मांग की।
बोले ग्रामीण चंद लोगों के दबंगई के कारण नहीं हो रहा चकबंदी
गांव निवासी विनोद कुमार, राजेंद्र प्रसाद वर्मा और प्रधान पति छेदी कन्नौजिया ने बताया कि पंाच हजार की आबादी वाले गांव में चंद दबंग सवर्ण ही चकबंदी का विरोध कर रहे है। जबकि गांव में नाली, खड़ंजा रास्ता और विवाह भवन का घोर अभाव है। चकबंदी प्रक्रिया में पिछले कई वर्ष से अड़ंगेबाजी की जा रही है किंतु अब इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
चकबंदी के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं भी पहुंची तहसील
चंदाडीह गांव की चकबंदी कराने के पक्ष में बड़ी संख्या में महिलाएं भी तहसील पहुंची और गांव की चकबंदी कराने के पक्ष में नारेबाजी किया। महिलाओं ने चकबंदी न होने से गांव में बढ़ रहे भूमि विवाद और नाली, खड़ंजा के अभाव में प्रभावित जनजीवन के लिए अधिकारियों को दोषी ठहराया।