बिल्थरारोड में सरयू, ताल और बारिश ने डूबाया 18 सौ एकड़ फसल
किसानों को करोड़ो का नुकसान

बलियाः जनपद बलिया के बिल्थरारोड में सरयू और ताल ने जमकर तबाही मचाया है और अब तक 18 सौ एकड़ धान की फसल बर्बाद हो चुकी है। किसानों का करोड़ों का नुकसान हुआ है। शासन प्रशासन मौन है। सरयू के साथ ही रतोई ताल और कोइली मुहान ताल और बाढ़ के पानी से शाहपुर अफगां, तेलमा से पिपरौली, बहुता, हल्दीरामपुर तक के करीब 50 राजस्व गांव के खेत पूरी तरह से डूब गए है।
75 राजस्व गांव की बर्बाद हो गई धान की फसल
अखोप, तेंदुआ, तरछापार, कुण्डैल, सोनाडीह, दोथ, भिंडकुण्ड, भगवानपुर, गौरी, दोथ, बांसपार बहोरवां, मुबारकपुर से अटवां इंद्रानगर समेत करीब 25 राजस्व गांव का खेत, संपर्क मार्ग पूरी तरह से जलमग्न है। लगभग 18 सौ एकड़ के कृषि प्रधान उपजाऊ भूमि में लगे करोड़ों की फसल पूरी तरह से डूब गया है। सोनाडीह के पूर्व प्रधान प्रतिनिधि जयप्रकाश यादव ने बताया कि भागवानपुर राजस्व गांव में सोनाडीह के करीब 90 फिसदी लोगों का खेत है और नुकसान के बावजूद उन्हें हर साल मुआवजा तक नहीं मिलता। कुछ ऐसी ही शिकायत अटवां, इंद्रानगर, मुबारकपुर, दोथ, बुद्धिपुर, कुण्डैल, बांसपार बहोरवां, बहाटपुर, खेतहरी के लोगों का भी है। बिल्थरारोड में सरयू के बाढ़ से आसपास के इलाकों को तो नुकसान होता ही है। कोईली मुहान ताल, फरही नाला, रतोई ताल का दबाव और किड़िहिरापुर से दर्जनों गांव होते हुए नालों के रास्ते बिल्थरारोड के दर्जनों गांवों तक बारिश का पानी हर साल तबाही मचाता है।