बौद्ध तीर्थ के रूप में संकिसा को विकसित किया जाए
संकिसा के पर्यटन विकास से बढ़ेंगे रोजगार के अवसर

- मुख्यमंत्री ने फर्रूखाबाद के संकिसा से की आरोग्य मेले की शुरूआत ,15 मार्च तक हर रविवार को स्वास्थ्य केन्द्रों में आयोजित होगा आरोग्य मेला ,आरोग्य मेले में बेहतर चिकित्सा सुविधा के साथ मिलेगी शासन की योजनाओं की जानकारी ,शासन की योजनाओं का लाभ सीधे पहुंच रहा है आमजन तक ,मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश की 24 करोड़ जनता मेरे परिवार की तरह ,माफियाओं पर चल रहा शासन का बुलडोजर .
लखनऊ। प्रदेश के निचले तबके के लोगों को बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश की योगी सरकार प्रतिबद्धता से काम कर रही है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को फर्रूखाबाद के संकिसा में कोरोना संक्रमण की वजह से रूके हुए आरोग्य मेले की दोबारा शुरूआत की। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना सरकार का संकल्प है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर रविवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आरोग्य मेले का आयोजन किया जाएगा। जहां पर किट आधारित नि:शुल्क पैथालॉजी जांच, दवाएं दी जाएगी। किसी तरह की गंभीर बीमारी होने पर उनको हॉयर सेंटर इलाज के लिए रिफर किया जाएगा। पिछले साल 32 लाख से अधिक लोगों ने आरोग्य मेले में लाभांवित हुए थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेशवासियों ने पिछले साढ़े तीन सालों में बदलाव की बयार देखी है। क्योंकि पहले केन्द्र सरकार से जो पैसा गरीबों के लिए आता था। उसका बीच में ही बंदरबांट हो जाता था लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऐसी व्यवस्था लागू कर दी है, जिससे पैसा सीधे गरीब के खाते में जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन की योजनाएं हो या फिर सरकारी नौकरियां किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जा रहा है। क्योंकि प्रदेश की 24 करोड़ लोगों मेरे परिवार की तरह हैं। मुख्यमंत्री ने कोरोना प्रबंधन पर वैश्विक स्तर पर भारत दुनिया का अकेला देश बनाने पर प्रधानमंत्री को बधाई दी। उन्होंने कहा कि भारत ऐसा देश है, जिसके पास कोरोना की दो-दो वैक्सीन है। प्रधानमंत्री ने 16 जनवरी से वैक्सीन लगाने की घोषणा की है, जो देश व प्रदेश के लिए प्रसन्नता का विषय है। इसके लिए मैं वैज्ञानिकों व प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूं।
चिकित्सा सुविधा के साथ योजनाओं की जानकारी भी मिलेगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आयोजित आरोग्य स्वास्थ्य मेले में लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा के साथ-साथ शासन की लाभकारी योजनाओं की जानकारी भी दी जाएगी। इसमें आयुष्मान कार्ड योजना की जानकारी भी दी जाएगी, ताकि उसका लाभ सीधे प्रदेश के निचले तबके के लोग उठा सकें। इसके अलावा जिन बीमारियों का इलाज प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर नहीं हो सकेगा तो मरीजों को इलाज के लिए हायर सेंटर भेजा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल 2 फरवरी को आरोग्य मेला पूरे प्रदेश में शुरू किया गया था, जो 15 मार्च तक चला था। इसमें 32 लाख से अधिक लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। उन्होंने प्रदेश सरकार ने बेहतर प्रबंधन के जरिए कोरोना संक्रमण पर काबू पाया है। इसलिए आरोग्य मेले की दोबारा शुरूआत की जा रही है। आरोग्य मेला 15 मार्च तक प्रदेश के सभी 3480 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर हर रविवार को आयोजित होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में भय और आतंक फैलाने वालों की कोई जगह नहीं है। जिन्होंने प्रदेश में आतंक फैलाया था, आज वही अपराधी व माफिया गले में तख्ती लटका कर माफी मांग रहे हैं। हालांकि यह बात उनके रहनुमाओं को बुरी लग रही है, उन्हें छटपटाहट हो रही है क्योंकि उनके गुर्गों पर शासन का बुलडोजर चल रहा है। प्रदेश में पहले जहां बेटी बहनें भयभीत रहती थी। वहीं, अब बिना खौफ के प्रदेश की सड़कों पर घूम रही हैं।
चार लाख नौकरियां देने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले प्रदेश में नौकरियां निकलती थी और फर्रूखाबाद का युवा देखता रह जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है, प्रदेश सरकार चार लाख युवाओं को नौकरियां देने की तैयारी कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैने अभी रास्ते में शौचालय बने देखें, जो आरोग्यता के साथ नारी गरिमा की पहचान है। गांवों में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया जा रहा है। इसे चलाने की जिम्मेदारी गांव की ही महिला को 6 हजार रुपए प्रतिमाह पर दी जा रही है।
किसानों के हित के लिए सरकार प्रतिबद्ध
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि फर्रूखाबाद की कपड़ों पर ब्लॉक प्रिटिंग का एक जनपद एक उत्पाद के तहत प्रचार प्रसार हो रहा है। ब्लाक प्रिटिंग को नई तकनीक से जोड़ना होगा। इससे रोजगार की संभावनाओं में इजाफा होगा, बैंकों से ऋृण लेकर इसे और बढ़ाने का काम किया जाएगा। फर्रूखाबाद का किसान आलू की नई-नई वैराइटी का उत्पादन कर रहे हैं। किसानों की मेहनत का लाभ देने के लिए प्रदेश सरकार पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि किसानों के हित से जुड़े कार्यक्रमों को बढ़ाने के लिए जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों को मिलकर योजना बनाना होगी।
कुशीनगर की तर्ज पर हो संकिसा का विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि फर्रूखाबाद में धर्म से जुड़ी संभावनाएं मौजूद हैं। इसलिए संकिसा का विकास भी कुशीनगर, सारनाथ, कपिलवस्तु और कौशाम्बी की तरह होना चाहिए। संकिसा बौद्ध धर्म का तीर्थ स्थान माना जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसलिए बुद्ध की पावन धरती से दोबारा आरोग्य मेले की शुरूआत की गई है। मेले के साथ-साथ बौद्ध तीर्थाटन के रूप में संकिसा का विकास किया जा सके। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इसकी कार्ययोजना बनाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि गौतमबुद्ध नगर से सारनाथ का रूट मैप बनाए, इसे संकिसा से भी जोडि़ये। संकिसा के पर्यटन विकास के बाद यहां रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इससे युवाओं को रोजगार के लिए कहीं और नहीं जाना पड़ेगा।