प्रवीण प्रकाश ने लिया बिल्थरारोड में कमल खिलाने का संकल्प
बिल्थरारोड से 2012 के विधानसभा चुनाव में प्रवीण थे तीसरे नंबर पर

बलियाः जनपद बलिया के एकलौते सुरक्षित विधानसभा सीट बिल्थरारोड से इस बार सत्तारुढ़ दल भाजपा से दावेदारों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। हालांकि यहां भाजपा से ही धनंजय कन्नौजिया वर्तमान में विधायक है। फिर भी अब तक करीब एक दर्जन भाजपा नेताओं ने अपनी दावेदारी ठोंकी है। जिनके होर्डिंग, पोस्टर और बैनर क्षेत्र में जगह-जगह टंगे हुए है।
भाजपा से कर रहे दावेदारी, मिलाी जिम्मेदारी तो परिणाम होगा ऐतिहासिक
बिल्थरारोड विधानसभा के उसकर गजियापुर गांव के मूल निवासी इं. प्रवीण प्रकाश एकबार फिर भाजपा से अपनी मजबूत दावेदारी ठोंकी है। 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं मिला था बावजूद वे लगातार भाजपा के साथ ही बने रहे और अब 2022 के विधानसभा चुनाव में बिल्थरारोड क्षेत्र से कमल खिलाने के संकल्प के साथ लगातार जनसंपर्क में लगे हुए है।
विधानसभा चुनाव के पुराने खिलाड़ी है प्रवीण
इं. प्रवीण प्रकाश अपने गृह विधानसभा क्षेत्र में राजनीति के पुराने खिलाड़ी है। 2012 के विधानसभा चुनाव में वे अकेले दम पर चुनाव लड़े। हालांकि उस समय भी भाजपा से टिकट न मिलने पर प्रवीण प्रकाश ने भासपा से चुनाव लड़ा था।
प्रवीण को मिलता रहा है युवाओं का साथ
उन दिनों भी प्रवीण को क्षेत्र के युवाओं का भरपूर साथ मिला। घर-घर घुमकर पसीना बहाने वाले प्रवीण को बड़ी सफलता मिली और वे अपने पहले चुनाव में तीसरे नंबर पर रहे। बिना किसी पूर्व राजनीतिक अनुभव के पहले चुनाव में प्रवीण को जबरदस्त करीब साढ़े 35 हजार वोट मिले थे।
कोरोनाकाल में खो चुके है अपने पिता को
कोरोनाकाल अपने पिता सुरेश प्रसाद को खो चुके प्रवीण प्रकाश ने कोरोना से अपने छ परिजनों के जाने का दर्द झेला। बावजूद गांव और आसपास के बीमार लोगों के लिए दवाओं और अन्य अस्पताल तक आने जाने का प्रबंध लगे रहे। कोरोना काल में प्रवीण में पिता और विद्युत वितरण खंड के एमडी रहे सुरेश प्रसाद के अलावा उनके एक फुफा, एक बुआ, दो भाभी और एक चाचा जी का भी निधन हो गया।