हनी ट्रैपः रिटायर्ड फौजी ने कहा गंवई राजनीति में बन गया आरोपी
मुख्य आरोपियों ने साधी चुप्पी, मामले को लेकर गांव में रहस्यमय सन्नाटा

बलियाः जनपद बलिया के चर्चित हनी ट्रैप मामले में पीड़ित एयरफोर्स के कारपोरल के मुकदमे में आरोपी बने 20 नामजद अभियुक्तों में पहली बार एक आरोपी ने मुंह खोला। मामले में अपने बेटे के साथ आरोपी बने उभांव थाना के मोलनापुर निवासी एवं सेवानिवृत सुबेदार मेजर शहीद अंसारी उर्फ शाहिद अंसारी ने बताया कि गंवई राजनीति में उन्हें आरोपी बना दिया गया है। जबकि इस पूरे मामले से उनका कोई लेना देना नहीं है।
बोले मामले के आरोपी शहीद अंसारी
पूरे मामले से किसी तरह के संबंध होने से सीधे इंकार करते हुए बताया कि वे 2015 में सेना से सुबेदार मेजर पद से सेवानिवृत हुए। 2021 के ग्रामपंचायत चुनाव में वे गांव के प्रधान पद का चुनाव लड़े तो गांव में कई विरोधी बन गए। हनी ट्रैप मामले में मुख्य आरोपी के परिवार से पिछले दो दशक से कोई संबंध न होने का दावा किया। कहा कि मुकदमे में उन्हें और उनके पुत्र का नाम बेवजह गंवई राजनीति के तहत डाल दिया गया है। मामले में मुख्य आरोपी उसके भाई और उनके परिजनों से कोई लेना देना नहीं है। कहा कि मुझे न्यायालय पर भरोसा है। उन्हें न्याय जरुर मिलेगा। शहीद अंसारी ने बताया कि मामले की सूचना तो उन्हें विगत 6 अक्टूबर को मुकदमा दर्ज होने के बाद हुई। वे वाराणसी के हेरिटेज हास्पीटल में अपना इलाज कराने गए थे। इसी दौरान उभांव थाना का हवाला देकर उन्हें फोन किया गया और वे अगले दिन उभांव थाना पर संबंधित दरोगा से मिलकर पूरी बात भी बता दी है।
पुलिसिया कार्रवाई पर सभी की टीकी निगाहें, गांव में रहस्यमयी सन्नाटा
मामले को लेकर गांव में रहस्यमय सन्नाटा है। गांव का कोई भी व्यक्ति मामले में पक्ष विपक्ष किसी के संदर्भ में किसी तरह की बात करने से भी कतरा रहे है। वहीं आरोपियों में जबरदस्त खलबली मची हुई है। सभी निगहें पुलिसिया कार्रवाई पर टिकी है। आपको बता दें कि मोलनापुर गांव निवासी धर्मेंद्र राजभर एयरफोर्स 4 विंग पश्चिम बंगाल कलाईकुंडा में कारपोरल पद पर कार्यरत है। जिन्होंने कई डाक्टरों समेत अपने गांव के करीब 20 नामजद लोगों पर गिरोह बनाकर हनी ट्रैप करने और करीब 12.5 लाख रुपया की धनउगाही करने का आरोप लगाया है। इस ब्लैकमेलिंग में पीड़ित ने करीब 20 लाख रुपए के कर्जदार होने की बात स्वीकारी है और पूरे मामले में न्याय की गुहार लगाई है। मामले में उभांव थाना पुलिस ने 6 अक्टूबर को संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। जिसकी जांच की जा रही है।