बिल्थरारोड में सीओ चकबंदी के सामने भी ग्राणिमों ने दर्ज कराई आपत्ति

बलिया: जनपद बलिया के सीयर ब्लाक के पतनारी गांव के दर्जनों ग्रामीणों ने शनिवार को तहसील पहुंचकर गांव के मनमानी तरीके से हुए चकबंदी का जमकर विरोध किया और चकबंदी सीओ के समक्ष अपनी आपत्ति दर्ज कराई। जहां देर शाम तक ग्रामीण तहसील पर ही जमे रहे। सीओ ने जल्द ही मामले में कार्रवाई का भरोसा दिया। ग्रामीणों ने चकबंदी लेखपाल, कानूनगो और एसीओ पर मनमाने तरीके से बंद कमरे में चक काटने का आरोप लगाते हुए कहा कि चकबंदी अधिकारियों ने चंद लोगों को लाभ देने के लिए गांव के 80 फिसदी किसानों का सीधे नुकसान पहुंचाया है। ग्रामीणों ने मामले में कार्रवाई हेतु चकबंदी सीओ को लिखित ज्ञापन भी सौंपा।
गांव के संजय सिंह, विनोद शुक्ला, राजेश सिंह, लल्लन सिंह, प्रभुनाथ शुक्ल, विजेंद्र सिंह, दिलीप सिंह, राजेश शुक्ला, मिथिलेश शुक्ल, विकेश सिंह, प्रिंसस गुप्ता, श्रीराम सिंह, प्रमोद सिंह, वासु गोंड, शिवशरण पासवान आदि ने बताया कि चकबंदी के तहत इस गांव के चक काटने को लेकर चकबंदी अधिकारियों ने जमकर मनमानी की और ग्रामीणों व मूल कास्तकारों को बिना बताएं एक प्राइवेट कमरे में ही पांच दिन में गांव का सारा चक मनमाने तरीके से काट दिया गया। जिससे सभी कास्तकारों की भूमि का सीधे नुकसान हो रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि मामले में गांव के एक पक्ष को व्यक्तिगत लाभ देने के लिए बंद कमरे में मनमाने तरीके से चक काटने वाले एसीओ गत माह सेवानिवृत भी हो गए और ग्रामीणों के विरोध के बावजूद उच्चाधिकारी भी बेपरवाह बने रहे। जिससे पूरा गांव अपने चक खोने के भय से दहशत में है और चकबंदी अधिकारियों की मनमानी जारी है। जिससे गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है। मालूम हो कि गत 28 दिसंबर को ही ग्रामीणों ने चकबंदी एसीओ, चकबंदी लेखपाल व चकबंदी कानूनगो को एक प्राइवेट बंद कमरे में मनमाने तरीके से चक काटते हुए पकड़े थे। जहां जमकर हंगामा हुआ था। बावजूद अधिकारियों ने ग्रामीणों की आपत्ति को नजरअंदाजकर मनमाने तरीके से चक काटने की प्रक्रिया पूरी कर दी। ग्रामीणों के विरोध के बाद चकबंदी अधिकारी अब कटे हुए चक की रिपोर्ट को ही स्वीकार करने का ग्रामीणों पर दबाव भी देने लगे है।